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Title: | गोगाजी चौहान री राजस्थानी गाथा |
Authors: | चन्द्रदान चारण |
Issue Date: | 1962 |
Publisher: | भारतीय ववद्या मवन्द्दर शोध प्रवतष्ठान, राजस्थान |
Abstract: | श्री चन्द्वादान जळी चारण द्वारा लिखित ‘गोगाजौ चौहान रळी-रप्जह्थानळी गाथा’ एक ऐतिद्द्यसिक और सांस्कृतिक शोध पूर्ण रचना है । गोगाजौ के संचघ में अभी तक कळी समस्त सामग्री कळा इसमें सांगौपांग अनुशौलन करके समावेश …किया गया है । लेखक ने विभिन्न विंचारघाराश्रो कै विद्दानळो और उनके पतों कग् अध्ययन करके बडे परिभ्रमयूर्चेक यह अध्ययन प्रस्तुत कियाहै । लोक देवता के रूप में गोगाजो कळी पूजा विभिन्न प्रकप्र से सारे भारलवर्ष में, क्या हिन्दू और क्या मुसलमान सभी के द्वारा होती रही है । बोर भूमि राजस्थान अपने यीरों और मद्दापुव्मों के चरिंत्रो कळो सदा लोकमानस में तरोताजा रखने के लिए उनके नाम ’पर कुछ विशेष त्तिथिवां नियिचत करता रहा हे । दृसोलिए मोगा नवमी ‘माद्र-ट्टाष्णा नवमी, म'द्र् शुक्ला नवमो' को सारे रप्जह्यान में गोगाजो कळी पूजा ळिनर-कप्ल से होती रही है । |
URI: | http://localhost:8080/xmlui/handle/123456789/1086 |
Appears in Collections: | Dattu Waman Poddar |
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